यह लेख गुलजार की प्रासंगिकता को भारत के वर्तमान से जोड़ने की एक कोशिश है भले ही हम वास्तविक मुद्दों और समस्याओं को छोड़कर कैसे अटपटे से सामाजिक राजनीतिक मुद्दों का खिलौना बनकर रह जाते हैं।
यह वीडियो उत्तर सरचनावाद से ग्रस्त हैं, हमें सिर्फ व्यवहारिक विषयों पर बोलना चाहिए। भारतीय शिक्षा प्रणाली की स्थिति आलोचनात्मक की रेखा को पार कर चुकी है। यह एक संपादकीय वहम् है, इस पोस्ट को और गुलजार के द्वारा निर्देशित फिल्म के इन शब्दों पर ध्यान ना दें। हम बस ये ही कह सकते है, कि, "पूजीवाद मुबारक हो।" भारत का युवा ज़ायरीन की जिंदगी जी रहा है।

"आपकी दुआँ से सब ठीक-ठाक है।"



Photontology
MARCH 2024

Source:- https://m.youtube.com/@GaaneSuneAnsune
Cover image - https://indianexpress.com/article/entertainment/bollywood/mere-apne-gulzar-epidemic-of-loneliness-meena-kumari-vinod-khanna-shatrughan-sinha-8140892/

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